

विश्व टेलीविजन दिवस (21 नवंबर)
विश्व टेलीविजन दिवस हर साल 21 नवंबर को मनाया जाता है। अपने आविष्कार के बाद से ही टेलीविजन आम लोगों के जीवन में मनोरंजन का महत्वपूर्ण साधन रहा है। टेलीविजन के माध्यम से लोग कई सालो से शिक्षा, समाचार, राजनीति, मनोरंजन और गपशप का आनंद लेते आ रहे हैं। विश्व टेलीविजन दिवस मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से परे टेलीविजन के महत्व पर जोर देना है। ‘विश्व टेलीविजन दिवस’, सिर्फ उपकरणों का उत्सव नहीं, बल्कि टेलीविजन के पीछे का दर्शन है।
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टेलीविजन अपने आविष्कार के बाद से मनोरंजन के मुख्य स्रोतों में से एक रहा है। टेलीविजन ने लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ लोगों को शिक्षित करने और उन तक सूचनाएं पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस लेख में आप विश्व टेलीविजन दिवस के इतिहास, महत्व और इससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
जैसा कि आप जानते हैं कि यूपीएससी आम तौर पर सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्नों से उम्मीदवारों को चौंकाता रहता; इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि विश्व टेलीविजन दिवस के बारे में बुनियादी जानकारी प्राप्त करने के लिए तथ्यों को अच्छी तरह से जान लें।
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UPSC परीक्षा के लिए विश्व टेलीविजन दिवस से जुड़े तथ्य
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IAS प्रारंभिक परीक्षा में विश्व टेलीविजन दिवस से जुड़े प्रश्न करेंट अफेयर्स के सेक्शन में पूछे जा सकते हैं। करेंट अफेयर्स पर प्रश्नोत्तरी का अभ्यास करने के लिए साथ में दी गई लिंक पर जाएं।
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवसों के बारे में जानकारी होना बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए अन्य महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय दिवसों के बारे में अधिक पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
विश्व टेलीविजन दिवस के बारे में तथ्य
- अपने आविष्कार के बाद से टेलीविजन लोगों के मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन रहा है। भारत में पहली बार 15 सितंबर 1959 को टेलीविजन लॉन्च किया गया था। उस समय टेलीविजन ने देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस दौर में टेलीविजन पर ‘हम लोग’, ‘बुनियाद’, ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ जैसे लोकप्रिय शो आते थे, जिन्हें देखने के लिए टीवी स्क्रीन के सामने लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाया करती थी।
- इसलिए, एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से परे लोगों की राय को ढालने की शक्ति रखने वाले शिक्षा के स्रोत के रूप में टेलीविजन के महत्व को उजागर करने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व टेलीविजन दिवस की स्थापना की गई थी।
- विश्व टेलीविजन दिवस हर साल किसी विशेष थीम के साथ नहीं मनाया जाता है। इसमे विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाती है और उनका समाधान किया जाता है। पिछले कुछ सालो में, विशिष्ट वैश्विक मंच के रूप में टेलीविजन का उपयोग करना, सांस्कृतिक सह-अस्तित्व और भाईचारे के साधनों को प्रोत्साहित करना, विविध संस्कृतियों के लोगों के बीच की खाई को पाटना और एक राष्ट्र की भलाई के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और भौगोलिक कार्य में टेलीविजन की भूमिका आदि विषय चर्चा का हिस्सा रहे हैं।
विश्व टेलीविजन दिवस की पृष्ठभूमि
संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिसंबर 1996 में 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। साल 1996 में आयोजित की गई पहली विश्व टेलीविजन फोरम की याद मे हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है।
बाद में संयुक्त राष्ट्र ने लोगों के निर्णय की क्षमता पर ऑडियो-विजुअल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और अन्य प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने में इसकी संभावित भूमिका को पहचानने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया।
इसलिए, टेलीविजन को सूचना, प्रणाली और जनमत को प्रभावित करने के लिए एक प्रमुख उपकरण के रूप में स्वीकार किया गया। टेलीविजन वर्तमान में संचार और वैश्वीकरण का प्रतिनिधित्व भी करता है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की रिपोर्ट के बारे में लिंक किए गए लेख में पढ़ें।
विश्व टेलीविजन दिवस का महत्व
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के इस विचार को लोकप्रिय बनाया कि टेलीविजन समकालीन दुनिया में वैश्वीकरण और संचार के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है।
टेलीविजन ने लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ परिवार को एक सूत्र में बांधे रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। टेलीविजन से परिवार के लोग एक दूसरे के करीब आ गए।
टेलीविजन सूचना और शिक्षा का प्रमुख स्रोत है, यह लोगों की निर्णय लेने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। क्योंकि यह लोगों का ध्यान दुनिया में हो रहे संघर्षों की ओर खींचता है।
‘विश्व टेलीविजन दिवस’, समाज को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं के बारे में निष्पक्ष जानकारी प्रदान करने में टेलीविजन मीडिया के विकास का समर्थन करने के लिए सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों की भूमिका की सराहना करने के लिए भी मनाया जाता है।
टेलीविजन और उसका आविष्कार
- टेलीविजन को एक प्रसारण माध्यम के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसमें छवियों या चित्रों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित किया जाता है, इसके बाद उन्हें एक चुनिंदा माध्यम पर प्रसारित किया जाता है और फिर चित्र एक उपयुक्त बाहरी स्क्रीन पर प्रदर्शित होते हैं।
- टेलीविजन का आविष्कार स्कॉटिश इंजीनियर जॉन लोगी बेयर्ड ने 1924 में किया था।
- भारत में संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सहयोग से पहली बार साल 1959 में नई दिल्ली में टेलीविजन पेश किया गया था।
- साल 1991 में हुए आर्थिक सुधारों तक सरकार के स्वामित्व वाला दूरदर्शन एकमात्र राष्ट्रीय चैनल बना रहा। 1991 के बाद निजी और विदेशी प्रसारकों को सीमित संचालन में संलग्न होने की अनुमति दी गई।
नोट: UPSC 2023 परीक्षा बेहद नजदीक है, इसलिए अपनी तैयारी को बढ़ाने के लिए BYJU’s के The Hindu Newspaper के दैनिक वीडियो विश्लेषण का उपयोग करें।
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विश्व दूरदर्शन (टेलीविजन) दिवस पर निबंध – Essay On World Television Day in Hindi
- by Saurabh Shrivastav

प्रत्येक वर्ष 21 नवम्बर को विश्व के विभिन्न देशों में ‘विश्व दूरदर्शन दिवस’ अथवा अंतर्राष्ट्रीय टेलीविजन दिवस मनाया जाता है। दूरदर्शन विभिन्न प्रमुख आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरे विश्व के ज्ञान में वृद्धि करने में मदद करता है। वर्तमान में यह मीडिया की सबसे प्रमुख ताकत के रूप में उभरा है। यूनेस्को ने टेलीविजन को संचार और सूचना एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में पहचाना है।
विश्व दूरदर्शन (टेलीविजन) दिवस पर निबंध – Long and Short Essay On World Television Day in Hindi
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसम्बर 1996 को 21 नवम्बर की तिथि को विश्व को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1996 में 21 और 22 नवम्बरको विश्व के प्रथम विश्व टेलीविजन फोरम का आयोजन किया था। इस दिन पूरे विश्व की मीडिया हस्तियों ने संयुक्त राष्ट्र के संरक्षण में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान टेलीविजन के विश्व पर पड़ने वाले प्रभाव के सन्दर्भ में काफी चर्चा की गई थी। साथ ही उन्होंने इस तथ्य पर भी चर्चा की कि विश्व को परिवर्तित करने में इसका क्या योगदान है। उन्होंने आपसी सहयोग से इसके महत्व के बारे में चर्चा की। यही कारण था की संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवम्बर की तिथि को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
दूरदर्शन का पहला प्रसारण 15 सितम्बर, 1959 को प्रयोगात्मक आधार पर आधे घंटे के लिए शैक्षिक और विकास कार्यक्रमों के रुप में शुरु किया गया। उस समय दूरदर्शन का प्रसारण सप्ताह में सिर्फ तीन दिन आधा-आधा घंटे होता था। तब इसको ‘टेलीविजन इंडिया’ नाम दिया गया था बाद में 1975 में इसका हिन्दी नामकरण ‘दूरदर्शन’ नाम से किया गया। यह दूरदर्शन नाम इतना लोकप्रिय हुआ कि टीवी का हिन्दी पर्याय बन गया।
दूरदर्शन का अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण
डीडी इंडिया उपग्रह चैनल का प्रसारण 146 देशों में किया गया है। यूके में, यह स्काई सिस्टम के चैनल 833 पर यूरोबर्ड उपग्रह के माध्यम से उपलब्ध था, इसका लोगो Rayat TV था। स्काई डिजिटल के माध्यम से ट्रांसमिशन जून 2008 में समाप्त हो गया, परंतु जुलाई 2008 में संयुक्त राज्य में Direc TV के माध्यम से इसे पुनः शुरू किया गया।
दूरदर्शन की वर्तमान स्थिति
प्रसार भारती दूरदर्शन का मूल निकाय है, और इसके बोर्ड के सदस्यों को भारत सरकार द्वारा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के माध्यम से नियुक्त किया जाता है।
सरकार के प्रचार-प्रसार के लिए, विशेष रूप से आपातकाल के दौरान, दूरदर्शन का उपयोग किया गया है। 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान, कहानी को रिपोर्ट करने के लिए केवल सरकारी स्रोतों का उपयोग किया गया था।
2004 में इसने आपातकाल के दौरान विपक्षी नेता जयप्रकाश नारायण पर एक विवादित वृत्तचित्र को सेंसर किया। जब दूरदर्शन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता मोहन भागवत के 70 मिनट के विजयादशमी भाषण का प्रसारण किया, तो नरेंद्र मोदी प्रशासन और भाजपा की आलोचना की गई कि वह सार्वजनिक आपदा का “दुरूपयोग” कर रहे हैं।
1991 में निजी टेलीविजन चैनलों को अधिकृत किया गया था, दूरदर्शन ने दर्शकों की संख्या में भारी गिरावट का अनुभव किया है। यद्यपि यह महत्वपूर्ण विज्ञापन राजस्व कमाता है- अपनी अनिवार्य फीड के कारण- राष्ट्रीय घटनाओं (क्रिकेट मैचों सहित) के लिए उच्चतम बोली लगाने वाले से, भारत में एक टेलीविजन के लिए लाइसेंस शुल्क लगाकर इसे निधि देने का प्रस्ताव किया गया है।
टेलीविजन के आविष्कार ने सूचना के क्षेत्र में एक क्रांति का आगाज़ किया था। दूसरी क्रांति का आगमन उस समय हुआ, जब वैश्विक स्तर पर टेलीविजन के महत्व के बारे में लोगों को पता चला और लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया। चूंकि मिडिया ने वर्तमान में हमारे जीवन में इतना अधिक हस्तक्षेप कर दिया है कि हमें इसके महत्व के बारे में काफ़ी जानकारी नहीं मिल पाती। वर्तमान में हम इसके महत्व को नकार नहीं सकते। हमें इसके महत्व को समझते हुए इसका व्यापक इस्तेमाल करना चाहिए ताकि मीडिया के सूचना से संबंधित दुरूपयोग को रोका जा सके। साथ ही इसके प्रभाव को कम किया जा सके, धन्यवाद् ।

World Television Day 2022: क्यों मनाया जाता है विश्व टेलीविजन दिवस? जानें महत्व, इतिहास, कोट्स और थीम से लेकर संपूर्ण जानकारी
World television day in hindi: आज भारत समेत पूरे विश्व में टेलीविजन दिवस मनाय जा रहा है। टीवी का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। बता दें टेलीविजन का अविष्कार साल 1927 में जॉन लोगी बेयर्ड ने किया था। वहीं टीवी के इतिहास व महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 17 दिसंबर 1996 को टेलीविजन दिवस मनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया। जानें विश्व टेलीविजन दिवस का महत्व व इतिहास। साथ ही यहां आप इस अवसर पर स्पीच का फॉर्मेट भी देख सकते हैं।.
Updated Nov 21, 2022 | 01:31 PM IST

विश्व टेलीविजन दिवस 2022
- हर साल 21 नवंबर को मनाया जाता है विश्व टेलीविजन दिवस।
- 1927 में जॉन लोगी बेयर्ड ने किया था टीवी का अविष्कार।
- भारत में पहली बार टीवी 15 दिसंबर 1959 को आया।
कब हुआ टीवी का अविष्कार, जानें इतिहास

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World Television Day Essay in Hindi & English | वर्ल्ड टेलीविज़न डे पर निबंध

World Television Day 2020: पहला विश्व टेलीविजन फोरम 1996 में आयोजित किया गया था। फोरम के बाद 1996 में दिसंबर के महीने में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसके बाद 21 नवंबर को प्रभावी रूप से विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में आयोजित किया गया था। यह वर्तमान विश्व परिदृश्य पर भू-टेलीविज़ुअल संचार की विशाल पहुंच और प्रभाव की स्वीकृति थी और इसलिए विश्व टेलीविजन दिवस को नए मीडिया में गठित शक्ति के एक और प्रतीक के रूप में अपनाया गया था।
21 नवम्बर विश्व दूरदर्शन दिवस एस्से
टेलिविजन (टीवी( का नाम आते ही सामने बोलती तस्वीरें घूमने लगती हैं, जो कभी ब्लेक ऐंड वाइट हुआ करती थीं और तरक्की के साथ अब कलर में बदल गईं। लोगों ने टेलिविजन के रूप और तकनीक को अपने सामने बदलते देखा है। टीवी आनेवाले वक्त में इतना ताकतवर माध्यम होगा यह बात लोगों को 1996 में समझ आ गई थी। उसी साल से 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलिविजन डे मनाया जा रहा है। कैसे हुई शुरुआत 1996 की बात है, तब संयुक्त राष्ट्र ने पहली वर्ल्ड टेलिविजन फोरम बुलाई थी। उसमें दुनिया भर की टीवी इंडस्ट्री के प्रमुख लोग शामिल हुए थे। सब ने वैश्विक राजनीति और डिसिजन मेकिंग में टीवी के रोल पर चर्चा की। इवेंट में माना गया कि समाज में टीवी का रोल दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलिविजन डे घोषित कर दिया था। यह फैसला वैश्विक सहयोग को बढ़ाने में टेलीविजन के योगदान को देखते हुए लिया गया था।
World Television Day Par Nibandh
वह संयुक्त राष्ट्र ‘(UN) विश्व टेलीविजन दिवस प्रतिवर्ष 21 नवंबर को दुनिया भर के कई स्थानों पर मनाया जाता है। यह दिन मानता है कि टेलीविजन विभिन्न मुद्दों को प्रस्तुत करने में प्रमुख भूमिका निभाता है जो लोगों को प्रभावित करते हैं। विश्व टेलीविजन दिवस लोगों को टेलीविजन के लाभकारी उद्देश्यों को याद रखने में मदद करता है। विश्व टेलीविजन दिवस लोगों को टेलीविजन के लाभकारी उद्देश्यों को याद रखने में मदद करता है। लोग क्या करते है? विश्व टेलीविजन दिवस सरकारों को समाज को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं के बारे में निष्पक्ष जानकारी प्रदान करने में टेलीविजन मीडिया के विकास का समर्थन करने के लिए सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों की प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का दिन है। विश्व टेलीविजन दिवस के बारे में समाचार प्रिंट, ऑनलाइन और प्रसारण मीडिया के माध्यम से साझा किए जा सकते हैं। टेलीविजन और रेडियो ब्लॉगर टिप्पणी लिख सकते हैं, संपादक संपादकों के कॉलम में लिख सकते हैं, और लेखक, शिक्षाविद और पत्रकार इस घटना के पीछे के अर्थ के बारे में फीचर लेख लिख सकते हैं। शैक्षिक संस्थान अपने कैलेंडरों पर विश्व टेलीविजन दिवस को चिह्नित कर सकते हैं और अतिथि इस दिन का उपयोग मीडिया और संचार से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए अतिथि वक्ताओं को आमंत्रित करने के अवसर के रूप में कर सकते हैं। चर्चा के विषयों में शामिल हो सकते हैं: कैसे टेलीविजन सांस्कृतिक विविधता और एक आम समझ को बढ़ावा देता है; लोकतंत्र और टेलीविजन के बीच की कड़ियाँ; और सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास में टेलीविजन की भूमिका। सार्वजनिक जीवन विश्व टेलीविजन दिवस एक वैश्विक अवलोकन है और सार्वजनिक अवकाश नहीं है। पृष्ठभूमि संयुक्त राष्ट्र स्वीकार करता है कि टेलीविजन का उपयोग दुनिया के कई लोगों, इसके मुद्दों और ग्रह पर होने वाली वास्तविक कहानियों के बारे में शिक्षित करने के लिए किया जा सकता है। संचार और सूचना प्रसार के लिए टेलीविजन मीडिया के सबसे प्रभावशाली रूपों में से एक है। इसका उपयोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रसारित करने और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने महसूस किया कि टेलीविजन ने लोगों को प्रभावित करने वाले वैश्विक मुद्दों को प्रस्तुत करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। 17 दिसंबर, 1996 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में घोषित किया, जिस दिन उस वर्ष के पहले विश्व टेलीविजन मंच का आयोजन किया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने सभी सदस्यों को शांति, सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक विकास और सांस्कृतिक परिवर्तन बढ़ाने जैसे मुद्दों पर अन्य बातों के अलावा, टेलीविजन कार्यक्रमों के वैश्विक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करके दिन का निरीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया। प्रतीक संयुक्त राष्ट्र का लोगो अक्सर इस आयोजन के लिए विपणन और प्रचार सामग्री से जुड़ा होता है। यह उत्तरी ध्रुव पर केंद्रित एक विश्व मानचित्र (कम अंटार्कटिका) का एक प्रक्षेपण है, जो जैतून के पेड़ की पार पारंपरिक शाखाओं से युक्त पुष्पांजलि में उत्कीर्ण है। जैतून की शाखाएं शांति का प्रतीक हैं और दुनिया का नक्शा संयुक्त राष्ट्र को अपने मुख्य उद्देश्य, शांति और सुरक्षा को प्राप्त करने के लिए चिंता का क्षेत्र दर्शाता है। मानचित्र का प्रक्षेपण 60 डिग्री दक्षिण अक्षांश तक फैला हुआ है, और इसमें पांच संकेंद्रित वृत्त शामिल हैं।
Essay on World Television Day in Hindi language

पृष्ठभूमि संयुक्त राष्ट्र स्वीकार करता है कि टेलीविजन का उपयोग दुनिया के कई लोगों, इसके मुद्दों और ग्रह पर होने वाली वास्तविक कहानियों के बारे में शिक्षित करने के लिए किया जा सकता है। संचार और सूचना प्रसार के लिए टेलीविजन मीडिया के सबसे प्रभावशाली रूपों में से एक है। इसका उपयोग अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रसारित करने और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने महसूस किया कि टेलीविजन ने लोगों को प्रभावित करने वाले वैश्विक मुद्दों को प्रस्तुत करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है और इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। 17 दिसंबर, 1996 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में घोषित किया, जिस दिन उस वर्ष के पहले विश्व टेलीविजन मंच का आयोजन किया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने सभी सदस्यों को शांति, सुरक्षा, आर्थिक और सामाजिक विकास और सांस्कृतिक परिवर्तन बढ़ाने जैसे मुद्दों पर अन्य बातों के अलावा, टेलीविजन कार्यक्रमों के वैश्विक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करके दिन का निरीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया। प्रतीक संयुक्त राष्ट्र का लोगो अक्सर इस आयोजन के लिए विपणन और प्रचार सामग्री से जुड़ा होता है। यह उत्तरी ध्रुव पर केंद्रित एक विश्व मानचित्र (कम अंटार्कटिका) का एक प्रक्षेपण है, जो जैतून के पेड़ की पार पारंपरिक शाखाओं से युक्त पुष्पांजलि में उत्कीर्ण है। जैतून की शाखाएं शांति का प्रतीक हैं और दुनिया का नक्शा संयुक्त राष्ट्र को अपने मुख्य उद्देश्य, शांति और सुरक्षा को प्राप्त करने के लिए चिंता का क्षेत्र दर्शाता है। मानचित्र का प्रक्षेपण 60 डिग्री दक्षिण अक्षांश तक फैला हुआ है, और इसमें पांच संकेंद्रित वृत्त शामिल हैं।
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he United Nations’ (UN) World Television Day is annually observed in many places around the world on November 21. The day recognizes that television plays a major role in presenting different issue that affect people. What Do People Do? World Television Day is a day to renew governments’, organizations’ and individuals’ commitments to support the development of television media in providing unbiased information about important issues and events that affect society. News about World Television Day may be shared via print, online and broadcast media. Television and radio bloggers may write comments, editors may write in the editors’ columns, and writers, academics and journalists may write feature articles about the meaning behind this event. Educational institutions may mark World Television Day on their calendars and educators may use this day as an opportunity to invite guest speakers to discuss media and communication issues relating to television. Discussion topics may include: how television promotes cultural diversity and a common understanding; the links between democracy and television; and the role of television in social, political and economic developments. Public Life World Television Day is a global observance and not a public holiday. Background The UN acknowledges that television can be used to educate many people about the world, its issues and real stories that happen on the planet. Television is one of the most influential forms of media for communication and information dissemination. It is used to broadcast freedom of expressions and to increase cultural diversity. The UN realized that television played a major role in presenting global issues affecting people and this needed to be addressed. On December 17, 1996, UN General Assembly proclaimed November 21 as World Television Day to commemorate the date on which the first World Television Forum was held earlier that year. The UN invited all member states to observe the day by encouraging global exchanges of television programs focusing, among other things, on issues such as peace, security, economic and social development and cultural change enhancements. Symbols The UN logo is often associated with marketing and promotional material for this event. It features a projection of a world map (less Antarctica) centered on the North Pole, inscribed in a wreath consisting of crossed conventionalized branches of the olive tree. The olive branches symbolize peace and the world map depicts the area of concern to the UN in achieving its main purpose, peace and security. The projection of the map extends to 60 degrees south latitude, and includes five concentric circles.
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10 lines on world television day in hindi – 10 lines essay, 10 lines on world television day in hindi.
Hello Student, Here in this post We have discussed about World Television Day in Hindi. Students who want to know a detailed knowledge about World Television Day, then Here we posted a detailed view about 10 Lines Essay World Television Day in Hindi. This essay is very simple.
World Television Day
१) विश्व दूरदर्शन दिवस 21 नवंबर को मनाते हैं।
२) दूरदर्शन संचार और वैश्वीकरण में अहम भूमिका देता है।
४) विश्व दूरदर्शन दिवस विश्व स्तर पर मनाते हैं।
६) 15 सितंबर 1959 में भारत में दूरदर्शन आया।
७) भारत में पहला दूरदर्शन दिल्ली में आया।
८) दूरदर्शन दिवस के दिन दूरदर्शन पर कई कार्यक्रम दिखाते हैं।
९) विश्व दूरदर्शन दिवस के दिन विश्व मत्स्य दिवस भी मनाते हैं।
Hope above 10 lines on World Television Day in Hindi will help you to study. For any help regarding education Students please comment us. Here we are always ready to help You.
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Hindi Essay Writing – टेलीविजन (Television)
टेलीविजनपर निबंध में हम टेलीविजन का अर्थ टेलीविजन का इतिहास, टीवी का आविष्कार, भारत में टेलीविजन, टीवी के लाभ तथा हानि के बारे में जानेगे |
- टेलीविजन का इतिहास
टीवी का आविष्कार
प्रथम इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन, भारत में टेलीविजन, टेलीविजन का अर्थ.
- संचार का माध्यम – टीवी
टीवी के लाभ
टीवी से हानि, प्रस्तावना – .
टीवी, यह मात्र मनोरंजन का साधन नहीं , ज्ञान का पिटारा भी है। जब नेटफ्लिक्स ,अमेजॉन प्राइम, यूट्यूब जैसे संसाधन नहीं थे तब घर बैठे लोगों के मनोरंजन का एकमात्र साधन था – टीवी। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि टीवी आज हमारे परिवार का एक सदस्य बन गया है, जो सबकी पहुंच में भी है और सब का पसंदीदा भी। आज बमुश्किल ऐसा कोई घर होगा, जहां टीवी ना हो । टीवी ने आज निम्न वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक हर घर में अपनी एक खास जगह बनाई है। कई घरों में तो सुबह की शुरुआत ही टीवी पर भजन सुनने से होती है, जबकि कुछ लोग देर रात तक टीवी पर डरावनी फिल्में देखना पसंद करते हैं। छोटा हो या बड़ा, बूढ़ा हो या बच्चा , टीवी सबका पसंदीदा हैं। टीवी कभी आपको बोर नहीं होने देता, वह हमेशा हमारे मनोरंजन के लिए तैयार है, चाहे दिन हो या रात, टीवी 24 घंटे आपके मनोरंजन और ज्ञानवर्धन के लिए हाज़िर हैं। Top
टेलीविजन का इतिहास
छोटा पर्दा टीवी यानी टेलीविजन हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है और इसके आविष्कार के पीछे की कहानी बहुत लंबी और रोमांचक है।
टेलीविजन के आविष्कार का श्रेय जॉनी लोगी बेयर्ड नाम के वैज्ञानिक को जाता है । जिन्होंने साल 1924 में पहली बार टीवी के निर्माण करके इतिहास रच दिया था | जॉनी लोगी बेयर्ड को टीवी का पितामह भी कहा जाता हैं | Top
- जॉनी लोगी बेयर्ड ने टेलीविजन का पहला प्रदर्शन बैकलिट के बजाय परावर्तित प्रकाश द्वारा 30 -लाइन छवियों का था।
- बेयर्ड, वैज्ञानिक निप्को से प्रेरित थे। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक डिस्क टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रयोगों में सफलता हासिल की थी।
- 1925 में बेयर्ड ने पहली चलती हुई छवि विकसित की, जो टेलीविजन पर एक मानवीय चेहरे की छवि थी।
- 1926 में उन्होंने लंदन में रॉयल इंस्टीट्यूशन में इसका प्रदर्शन किया । बेयर्ड को सफलता तब मिली जब 1928 में उनकी चलती-फिरती तस्वीर को अटलांटिक में प्रसारित किया गया ।
- 1930 से पहले , बेयर्ड ने टेलीविजन में कई वर्जनों का प्रदर्शन किया। जैसे; 1928 में रंगीन टेलीविजन , इन्फ्रारेड लाइट द्वारा स्टीरियोस्कोपिक टेलीविजन के साथ।
- 1929 में बीबीसी द्वारा टीवी प्रसारण शुरू किया गया था । पहला प्रसारण बेयर्ड के 30- लाइन टेलीविजन पर किया गया था।
- 1930 में पहली ध्वनि, साथ ही टेलीविजन की तस्वीर प्रसारित की गई।
- मार्कोनी-ईएमआई का इलेक्ट्रॉनिक टीवी 405 – लाइनों वाला दुनिया का पहला उच्च-रिज़ॉल्यूशन सिस्टम था ।
- बीबीसी ने 1936 में बेयर्ड की तकनीक के स्थान पर इस तकनीक का इस्तेमाल किया । इसलिए चूंकि यह इलेक्ट्रॉनिक तकनीक अधिक कुशल थी, इसने बेयर्ड की यांत्रिक तकनीक का स्थान ले लिया। मैकेनिकल टेलीविजन की विफलता के पीछे मुख्य कारण इसकी अस्पष्ट या बहुत खराब तस्वीरें और साथ ही एक छोटा स्क्रीन था जो केवल 30-60 लाइनों का था।
यांत्रिक टेलीविजन में, एक चित्र बनाने के लिए, एक मोटर का उपयोग धातु डिस्क को प्रकाश देने के लिए धातु डिस्क के पीछे एक नियॉन ट्यूब के साथ घुमाने के लिए किया जाता है। इसलिए इसकी अस्पष्ट या खराब तस्वीर की गुणवत्ता ने इस तकनीक को असफल बनाया।
- टीवी आखिर काम कैसे करता है ? – टीवी या दूरदर्शन, रेडियो के सिद्धांत पर काम करता है | जिस प्रकार रेडियो के प्रसारण में स्पीकर, स्टूडियो में रिकॉर्डिंग करता है, उसकी आवाज से हवा में तरंगे होती है, जो माइक्रोफोन से इलेक्ट्रिक तरंगों में बदल जाती हैं और ट्रांसमीटर तक पहुंच जाती है, जो इन्हें रेडियो तरंगों में बदल देता है और टीवी इन्हीं तरंगों को पकड़ लेता है |
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दुनिया के पहले इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन का आविष्कार फिलो टेलर फ़ार्नस्वर्थ ने किया था। इन्होंने 7 सितंबर 1927 को सैन फ्रांसिस्को में पहला इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन प्रदर्शित किया था। फिलो टेलर फ़ार्नस्वर्थ ने 21 साल की कम उम्र में इलेक्ट्रॉनिक टेलीविज़न का विकास करने में सफलता हासिल की।
एक इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन अपने कैथोड-रे या कैमरा ट्यूब के साथ-साथ अपनी तस्वीर की बेहतर गुणवत्ता के कारण प्रमुख प्रणाली के रूप में उभरा था। इस इलेक्ट्रॉनिक टेलीविज़न की उन्नति ने यांत्रिक टेलीविज़न के अंत की शुरुआत को चिह्नित किया। साथ ही वर्ष 1939 में संयुक्त राज्य अमेरिका में इसके अंतिम प्रसारण समाप्त हुए।
1950 के दशक में अमेरिकन कंपनियों CBS और RCA ने कलर टेलीविज़न कार्यक्रमों की शुरुआत की | फिर धीरे-धीरे कई बड़ी कंपनियों सोनी, सैमसंग ने कलर टेलीविज़न बनाना शुरू कर दिया | तो इस प्रकार देखा जाए तो टेलीविजन प्रौद्योगिकी में तेजी से विकास हुआ है – सबसे पहले, ब्लैक एंड व्हाइट टेलीविज़न का आविष्कार, रंगीन टेलीविज़न, फिर केबल टेलीविज़न, सैटेलाइट टेलीविज़न, इंटरनेट टेलीविज़न, डिजिटल टेलीविज़न, स्मार्ट टेलीविज़न, 3D टेलीविज़न, और भी बहुत कुछ भविष्य में आने वाला है। टेलीविजन बहुत ही तेजी से मनोरंजन के साथ-साथ जनसंचार के लिए भी एक लोकप्रिय साधन बन गया है। अब यह हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है क्योंकि अब हम इसके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। Top
- भारत में टेलीविजन की शुरुआत यूनेस्को की एक शैक्षणिक परियोजना के तहत 15 सितंबर 1959 के तहत हुई थी। इसका मकसद टीवी के जरिए शिक्षा और सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित करना था ।
- इसके लिए दिल्ली के गांवों में 2 दो टीवी सेट लगाए गए थे, इसमें हफ्ते में दो बार 1 घंटे के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम दिखाए जाते थे।
- साल 1965 के बाद भारत में टीवी सेवा का प्रारंभ हुआ था ।
- 1976 तक टीवी सेवा, आकाशवाणी का हिस्सा थी।
- 1 अप्रैल 1976 में दूरदर्शन की स्थापना हुई । उस समय भारत में इंदिरा गांधी की सरकार थी। इंदिरा गांधी, दूरदर्शन के महत्व को समझती थी। उन्होंने पी सी जोशी के नेतृत्व में एक समिति बनाई और दूरदर्शन के विकास के लिए कार्यक्रम सुनिश्चित किए। पीसी जोशी का कथन था
– “हमारे जैसे समाज में जहां पुराने मूल्य टूट गए हैं और नए ना बन रहे हो वहां दूरदर्शन बड़ी भूमिका निभाते हुए जन तंत्र को मजबूत बना सकता है ।”
इस समिति के तहत दूरदर्शन के निम्नलिखित उद्देश्य निर्धारित किए गए थे –
- सामाजिक परिवर्तन लाना
- सामाजिक चेतना का विकास करना
- राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ाना
- सामाजिक कल्याण को प्रोत्साहन देना
- कृषि के विकास के लिए जागरूकता लाना
- पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताना
- खेल, संस्कृति, सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहन।
टेलीविजन अर्थात टीवी इसे हम छोटा पर्दा भी कह सकते हैं । यह दो शब्दों से मिलकर बना है – टेली (Tele) + विजन (Vision) = टेली का अर्थ है दूर से और विजन अर्थात दृश्य । तो इस प्रकार दूर की वस्तुओं के चित्र या दृश्य दिखाने वाले इस बक्से का नाम पड़ा टेलीविजन । अपने शुरुआती दौर में टेलीविजन काफी बड़े साइज का होता था। परंतु समय के साथ-साथ, जैसे-जैसे आविष्कार होते गए, इसके आकार में अन्तर आता गया और आज पतली स्क्रीन के रूप में हम एलसीडी और एलईडी में हाई डेफिनेशन क्वालिटी के चित्रों और शानदार साउंड का आनन्द ले रहे हैं। Top
संचार का माध्यम – टीवी
टेलीविजन, आज संचार के सशक्त माध्यमों में से एक हैं। संचार शब्द की उत्पत्ति चर धातु से हुई है जिसका अर्थ है चलना या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचना। दो से अधिक व्यक्तियों के बीच सूचना, विचारों और भावनाओं का आदान-प्रदान । लेकिन संचार में सिर्फ दो या अधिक व्यक्तियों को नहीं, हजारों-लाखों लोगों के जनसंचार को शामिल किया जाता है। इस प्रकार सूचना, विचारों और भावनाओं को लिखित, मौखिक तथा दृश्य, श्रव्य माध्यमों के जरिए सफलतापूर्वक एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाना ही संचार हैं। इस प्रक्रिया को अंजाम देने में मदद करने वाले तरीके संचार माध्यम कहलाते हैं और टीवी इन्हीं संचार माध्यमों में से एक है। इसके अतिरिक्त रेडियो, मोबाइल, टेलीफोन, फैक्स आदि संचार के अन्य माध्यम है। Top
21 नवम्बर, दरअसल इसी दिन वर्ष 1996 में संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशन) ने वर्ल्ड टेलीविज़न फोरम का आयोजन किया था | उसमें दुनिया भर की टीवी इंडस्ट्री के प्रमुख लोग शामिल हुए थे। सब ने वैश्विक राजनीति और डिसिजन मेकिंग में टीवी के रोल पर चर्चा की। इवेंट में माना गया कि समाज में टीवी का रोल दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलीविज़न डे घोषित कर दिया था। यह फैसला वैश्विक सहयोग को बढ़ाने में टेलीविजन के योगदान को देखते हुए लिया गया था। तब से हर वर्ष 21 नवंबर को विश्व टीवी दिवस मनाया जाता हैं | Top
- मनोरंजन के क्षेत्र में –
टेलीविजन पर आप घर बैठे कई सारे मनोरंजक कार्यक्रम देख सकते हैं | टीवी पर हर आयु वर्ग के हिसाब से चैनल आते हैं, जिनमें धारावाहिक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाता हैं | चाहे छोटे बच्चों के लिए कार्टून हो , बड़ो के लिए न्यूज चैनल, या महिलाओ के लिए सास-बहू वाले सीरियल, टीवी सबका ध्यान रखता हैं, कि कोई बोर ना हो |
- शिक्षा के क्षेत्र में –
टेलीविजन सिर्फ मनोरंजन का साधन ही नहीं अपितु शिक्षा का भी सशक्त माध्यम है | इसका उदाहरण हमने कोरोना काल में भी देखा था | जब स्कूल , कॉलेज बंद हो गए थे | लॉकडाउन लग गया था, तब दूरदर्शन पर शैक्षणिक कार्यक्रम चलाए गये थे, जिसके माध्यम से गाँवो में रहने वाले बच्चों को घर बैठे शिक्षा उपलब्ध कराई जा सके |
भारत में इसकी शुरुआत करने का बुनियादी उद्देश्य यही था कि समाज में फैली बुराइयों को दूर किया जा सके, सामाजिक परिवर्तन लाया जा सके | आम नागरिकों में वैज्ञानिक चेतना का विकास हो, सामाजिक कुरीतियों रूढ़िवादी मान्यताओं के प्रति लोगों की सोच को बदला जा सके | इसका उदाहरण प्रत्यक्ष है कई ऐसे टेलीविजन पर कई ऐसे धारावाहिक प्रकाशित किए गए जिन्होंने समाज की बुराइयों को जनता प्रत्यक्ष रूप से जनता के सामने रखा | इसके अतिरिक्त डिस्कवरी, नेशनल जियोग्राफिक चैनल के माध्यम से लोगो को वैज्ञानिक ज्ञान में वृद्धि होती हैं |
- सामाजिक बदलाव के क्षेत्र में –
जैसे बालिका वधू इस धारावाहिक में बाल विवाह जैसी दुष्कृत्य पर करारा प्रहार किया | जिससे लोगों में जागरूकता आये कि बाल विवाह दंडनीय अपराध है और किस प्रकार बाल विवाह से बच्चों का बचपन नष्ट किया जा रहा है |
इसके अलावा ना आना इस देश मेरी लाडो इस धारावाहिक के माध्यम से बच्चियों को जन्म से पूर्व मार देने की घटिया सोच को जनता के दर्शाया गया | जिससे लोगो को इस अपराध की संगीनता का आभास हो |
हाल ही में चलाए जा रहे क्राइम पेट्रोल, सावधान इंडिया जैसे वास्तविक कहानियों पर आधारित
कार्यक्रमों द्वारा आम नागरिकों को समाज में होने वाले गैरकानूनी और घातक जुर्म के प्रति सावधान किया जा रहा है।
न्यूज चैनलों के माध्यम से दुनिया के कोने-कोने की ख़बरें हम तक पल भर में पहुँच जाती हैं और कई न्यूज चैनलों पर दिखाए जाने वाले वायरल टेस्ट से सोशल मीडिया पर प्रसारित गलत ख़बरों की पुष्टि हो जाती हैं |
- करियर के नए अवसर –
टीवी पर प्रसारित कई रियलिटी शोजस के माध्यम से छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक को अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिल रहा है, फिर चाहे वह गाना गाना हो या डांस करना हो या एक्टिंग, कुकिंग | टीवी ने सभी के लिए दरवाजे खोल दिये है। और लोगो को करियर बनाने और प्रसिध्दी पाने के नए अवसर उपलब्ध कराये हैं | जैसे – इण्डियन आइडल, मास्टर शेफ इंडिया, डांस इंडिया डांस, सारेगामापा आदि | Top
- स्वास्थ्य के लिए हानिकारक –
लगातार टीवी देखने से स्वास्थ्य से सम्बंधित कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं | जैसे एक ही जगह बैठे रहने से शारीरिक क्षमता प्रभावित होती हैं और लम्बे समय तक पास से टीवी देखते से आँखों में चश्मे लगवाने की नौबत भी आ जाती हैं और आई ड्राईनेस की समस्या बढ़ती हैं |
कई लोग जितना ज्यादा टीवी देखते हैं, बैठे-बैठे उतना ही ज्यादा खाते हैं जिससे मोटापे की समस्या बढ़ रही हैं |
देर रात तक टीवी देखने से नींद पर असर होता हैं | कई बार रात को देर से सोने से सुबह देर से नींद खुलती हैं और इससे चिढ़चिढ़ापन उत्पन्न होता हैं, क्रोध आता है और कई काम बिगड़ जाते हैं |
- समय की बर्बादी –
टीवी एक तरह से समय की बर्बादी कारण भी हैं | जिस समय में आप कोई जरूरी काम कर सकते थे, वो समय टीवी देखने में व्यतीत हो जाता हैं | जब एक बार टीवी देखने की आदत पढ़ जाती हैं तो कई बार समय का पता ही नहीं चलता और आपके दिन के कई घंटे टीवी देखने में खराब हो जाते हैं |
- टीवी की लत –
जब तक टीवी का उपयोग मनोरंजन के लिए किया जाए तब तक तो ठीक है किन्तु जैसे ही यह लत बन जाता हैं तो स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डालता हैं | इससे कई लोगो में ध्यान केन्द्रित ना कर पाने की समस्या उत्पन्न होती हैं | फिर किसी कम में मन नहीं लगता हैं और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता हैं |
- बच्चों पर बुरा प्रभाव – टीवी पर प्रसारित किये जाने वाले कुछ सीरियल ऐसे होते हैं जो बच्चों को नहीं देखना चाहिए, इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता हैं और सीरियलों के बीच में कई बार भ्रामक, असंगत विज्ञापन दिखाए जाते हैं जिससे गलत संदेश फैलता हैं | विचारधारा कलुषित होती हैं |
उपसंहार –
हाल ही में हमने देखा कि कैसे एक टीवी न्यूज चैनल पर दिखाए गये डिबेट शो से पूरे देश में अलगाव उत्पन्न हो गया , लोगो की धार्मिक भावनाएं आहात हुए और जगह जगह विरोध प्रदर्शन हुए | केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने निजी सेटेलाइट टीवी चैनल को परामर्श जारी कर एसी सामग्री प्रसारित करने को लेकर सतर्क किया जो हिंसा भड़का सकती हैं | मंत्रालय ने राष्ट्र विरोधी प्रव्रत्ति को बढ़ावा देने वाली और देश की अखंडता को प्रभावित करने वाली सामग्री के प्रसारण के सम्बन्ध में सतर्क रहने की सलाह दी हैं |
वस्तुतः भारत एक ऐसा लोकतान्त्रिक राष्ट्र है जहाँ टीवी पर दिखाए जाने वाले कार्यक्रम के विषय में सरकार को पूर्ण अधिकार प्राप्त हैं | केबल टेलीविज़न नेटवर्क अधिनियम 1995 के तहत टीवी प्रसारण के लिए कुछ नियम निर्धारित हैं, जिससे किसी भी जाति, धर्म और संप्रदाय की भावनाओं को ठेस ना पहुँचे |
हाल ही में केबल टेलीविज़न नेटवर्क(संशोधन) अधिनियम 2021 जारी किया गया है | जिसके तहत टीवी पर दिखाए जा रहे किसी भी कार्यक्रम/ विज्ञापन संहिताओ के उल्लंघन से सम्बंधित नागरिकों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक समिति गठित की गई हैं | इन नियमों को जल्द ही ओटीटी पर भी लागू किया जाएगा | यह अधिनियम ‘केबल टेलीविज़न के बेतरतीब विकास’ को नियंत्रित करेगा | क्यूंकि कई बार टीवी पर सीरियलों के बीच में भ्रामक, गंदे विज्ञापन दिखाए जाते हैं और कई ऐसी फिल्मों का प्रसारण होता हैं जो छोटे बच्चों को नहीं देखना चाहिए अतः इस अधिनियम से टीवी पर लगाम लगेगी | वैसे बेशक टीवी, मनोरंजन का एक लोकप्रिय माध्यम है | पर इसके साथ ही टीवी की एक जिम्मेदारी भी बनती हैं समाज को जागरूक करने की, सतर्क करने की और शिक्षित करने की | अतः इस पर किसी भी प्रकार की ऐसी सामग्री का प्रसारण ना हो जिससे समाज में अराजकता फैले | Top
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World Television Day 2022: भारत में कब और कैसे शुरू हुआ था टेलीविजन का सफर? पढ़ें जरूरी बातें
World television day 2022: संयुक्त राष्ट्र (un) की घोषणा के बाद हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है. टेलीविजन का अविष्कार 1924 में हुआ था लेकिन भारत में आते-आते इसे 35 साल लग गए थे. आइए जानते हैं टेलीविजन का इतिहास और भारत में टेलीविजन की शुरुआत से जुड़ी जरूरी बातें..

- 21 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 21 नवंबर 2022, 9:40 AM IST)

World Television Day 2022: हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस (World Television Day) सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन का उद्देश्य टेलीविजन के महत्व को उजागर करना है. टेलीविजन एक ऐसा मास मीडियम (जन माध्यम) है जहां ऑडियो-विजुअल कॉम्युनिकेशन के जरिए आपको मनोरंजन, शिक्षा, समाचार, राजनीति, गपशप आदि की जानकारी एक जगह बैठे-बैठे मिलती है. अपने अविष्कार के बाद से यह शिक्षा और मनोरंजन के सबसे जरूरी माध्यम में से एक रहा है.
विश्व टेलीविजन दिवस का इतिहास नवंबर 1996 में, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने पहले वर्ल्ड टेलीविजन फोरम का आयोजन किया था. प्रमुख मीडिया हस्तियां फोरम का हिस्सा थीं, जहां उन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर टेलीविजन के बढ़ते महत्व पर चर्चा की. तभी महासभा ने हर साल 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया.
टेलीविजन का इतिहास टीवी का आविष्कार एक स्कॉटिश इंजीनियर, जॉन लोगी बेयर्ड ने साल 1924 में किया था. इसके बाद साल 1927 में फिलो फार्न्सवर्थ ने दुनिया के पहले वर्किंग टेलीविजन का निर्माण किया था, जिसे 01 सितंबर 1928 को प्रेस के सामने पेश किया गया था. कलर टेलीविजन का आविष्कार भी जॉन लोगी बेयर्ड ने साल 1928 में किया था. जबकि पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग 1940 से शुरू हुई थी.
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भारत में टीवी का इतिहास 1924 में टीवी के आविष्कार के तीन दशकों के बाद ये भारत में आया था. प्रेस सूचना ब्यूरो के अनुसार, यूनाइटेड नेशनंस एजुकेशनल, साइंटिफिक और कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (UNESCO) की सहायता से नई दिल्ली में 15 सितंबर, 1959 को भारत में टेलीविजन की शुरुआत हुई थी. 'ऑल इंडिया रेडियो' के अंतर्गत टीवी की शुरुआत हुई थी और आकाशवाणी भवन में टीवी का पहला ऑडिटोरियम बना, जो पाचंवी मंजिल पर था. इसका उद्घाटन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था.
भारत में टीवी के शुरुआती दौर में सामुदायिक स्वास्थ्य, यातायात, सड़क नियम, नागरिकों के कर्तव्यों और अधिकारों जैसे विषयों पर सप्ताह में दो बार दिन में एक घंटे के लिए प्रोग्राम चलाए जाते थे. 1972 तक अमृतसर और मुंबई के लिए टेलीविजन की सेवाएं शुरू हुईं. जबकि 1975 तक भारत के केवल सात शहरों में ही टेलीविजन की सेवा शुरू हुई थी. वहीं भारत में कलर टीवी और राष्ट्रीय प्रसारण शुरुआत साल 1982 में हुई थी.
80 के दशक के अंत में, टेलीविजन ने भारत को एकजुट करने में भी मदद की, क्योंकि कई लोग.. हम लोग, बुनियाद, रामायण और महाभारत जैसे प्रतिष्ठित शो देखने के लिए एक ही स्क्रीन के सामने इकट्ठा होते थे.

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World Television Day 2019 Theme, Slogan, Quotes, Logo: 21 नवंबर को है वर्ल्ड टेलीविजन डे, जानिए इसका इतिहास और कारण
World diabetes day 2019 theme, quotes, history, speech, logo, activities, slogan: 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलीविजन डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन, विश्व टेलीविजन दिवस को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के लोग एकत्र होते हैं।.

World Television Day 2019 Theme, Activities, History, Quotes, Logo, Slogan: टेलीविजन को लोकतंत्र की आधारशिला माना जाता है। 21 नवंबर 1996 को विश्व टेलीविजन दिवस(वर्ल्ड टेलीविजन डे) के रूप में घोषित करके संयुक्त राष्ट्र ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विविधता के स्तंभ का जश्न मनाया। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि टेलीविजन “समकालीन दुनिया में संचार और वैश्वीकरण के लिए एक प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है।” यह सरकारों, समाचार संगठनों और व्यक्तियों के लिए टीवी मीडिया को निष्पक्ष रखने और “फेक न्यूज” के बढ़ते चलन का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को नवीनीकृत करने का दिन है।
टेलीविजन ना केवल दुनिया भर में लोगों और देशों को प्रभावित करने वाले मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ा सकता है, बल्कि यह उन लोगों को भी महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है जिनको आवश्यकता होती है।
विश्व टेलीविजन दिवस का इतिहास: इस पर्यवेक्षण दिवस का पता 21 नवंबर और 22 नवंबर, 1996 को लगाया गया, जब यू.एन. ने पहला विश्व टेलीविजन मंच आयोजित किया था। इस मंच ने मीडिया के आंकड़ों को टीवी के महत्व को पूरा करने और चर्चा करने की अनुमति दी, ना केवल जानकारी देने में बल्कि दुनिया को बदलने में भी। आज, दुनिया भर में संघर्षों और समस्याओं पर दुनिया का ध्यान केंद्रित करके सुरक्षा और शांति के लिए सभी जगह टेलीविजन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

वर्ल्ड टेलीविजन डे सेलिब्रेट कैसे करते हैं: इस दिन, विश्व टेलीविजन दिवस को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के लोग एकत्र होते हैं। इसमें लेखक, पत्रकार और ब्लॉगर शामिल हैं जो प्रसारण मीडिया, प्रिंट मीडिया और यहां तक कि सोशल मीडिया के माध्यम से इस दिन का प्रसार करते हैं। मीडिया और संचार मुद्दों के बारे में बात करने के लिए स्कूल अपने कक्षाओं में अतिथि वक्ताओं को आमंत्रित कर सकते हैं। लोकतंत्र, शांति और विश्व स्थिरता के लिए टेलीविजन के महत्व को रेखांकित करने के लिए दुनिया भर में कई सम्मेलन और व्याख्यान इस दिन आयोजित किए जाते हैं। यह एक ऐसा दिन है जिसमें लोग अपने मीडिया आउटलेट को जवाबदेह बनाए रखने के लिए काम कर सकते हैं।
निष्कर्ष: यह दिन प्रसारण मीडिया और सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच ही नहीं बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए मौजूद लिंक्स पर प्रकाश डालता है। टेलीविज़न ना केवल हम सभी को हमारी दुनिया के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है, बल्कि यह लोगों को सीधे इस जानकारी को प्राप्त करके हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने में भी मदद करता है। नतीजतन, टीवी मीडिया को ना केवल अपने योगदान के लिए पहचाना जाना चाहिए, बल्कि जब भी संभव हो मजबूत किया जाना चाहिए। यही कारण है कि हर साल विश्व टेलीविजन दिवस मनाया जाता है।
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युगलों के बीच की गलतफहमियां अपने आप दूर होकर शांतिपूर्ण संबध लौटेंगे। आपके लिए लंबी यात्रा के योग हो सकते हैं। इस यात्रा से आपको कुछ समय के लिए अपने परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। नए उपक्रम की योजना बना रहे व्यापारियों को चाहिए कि आज काम का शुभारंभ अवश्य करें और इस…
विवाहित युगल आज अत्यधिक सामीप्य का अनुभव करेंगे और प्रेम और सद्भावनापूर्ण संबंधों का आनंद लेंगे खोजकर्ताओं का एक समूह आपको उनकी यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर सकता है। यह आपके लिए किसी सपने के पुरे होने जैसा होगा। आप हमेशा से ही पर्यटन के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करने के इच्छुक…
अविवाहित व्यक्तियों को चाहिए कि अपने मित्रों को पार्टियों और समारोहों में हिस्सा लें, जिससे संभावित प्रेमी से भेंट हो सके। अगर परिवार के साथ बाहर सैर सपाटे पर जाने की योजना बना रहे हैं तो आज दिन अच्छा है। स्वास्थ्य सेवाकर्मी और डॉक्टर आज अपने व्यवसाय के चरम शिखर पर होंगे। राजनेताओं को आज…
आज कामकाज के संबंध में किसी से भेट हो सकती है जिससे मिलकर आप उसकी ओर आकर्षित हो सकते हैं। परिवार के वयस्क आज बहुत ऊर्जावान महसूस करेंगे। वे दूसरे सदस्यों के साथ भी मिलजुल कर आनंद मग्न रहेंगे। घर में छोटी-मोटी समस्याएं हो सकती हैं जिसके कारण आपको पहले से तय कोई सैर या…
वयस्कों के अनुभव और मार्गदर्शन से घर के सभी सदस्यों को लाभ होगा। बच्चों को अपने बुजुर्गों से व्यवहार करते समय मर्यादा में रहना चाहिए। उनका बचपना वयस्कों को दुखी कर सकता है। विद्यार्थियों के लिए अच्छा दिन है। वे बौद्धिक विषयों पर दोस्तों के साथ पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। जो लोग एक…
अविवाहितों के पालक उनके लिए योग्य सम्बंध के लिए प्रयत्न करेंगे। कोई अप्रत्याशित व्यावसायिक यात्रा आपके कार्यक्रम को उथल पुथल कर सकती है। लेकिन इस यात्रा के परिणाम आपके लिए फायदेमंद होंगे। अपने मकान निर्माण की योजना बना रहे लोगों के लिए आज शुभ दिन होगा। शेयर बाजार के मधास्था और प्रतिस्पर्धियों को आज अत्यधिक…
आज किसी प्रियजन के बारे में दुखद समाचार सुनने मिल सकता हैं, आपकी उपस्थिति और सहायता से उन्हें बहुत सांत्वना मिलेगी यदि आप अविवाहित है तो आज किसी भी नए व्यक्ति से मिलते समय सावधान रहें। धन रखें की हर चमकती सोना नहीं होती। आज आप अपनी यात्रा के दौरान किसी अविस्मरणीय व्यक्ति से मिल…
एकाकी जन आज किसी से मिलेंगे जो उनके जीवन में नए सकारात्मक बदलाव लाएगा। छात्रों के लिए आज अनुकूल दिन नहीं हैं। वे अपने दोस्तों के साथ बहस कर समय बर्बाद कर सकते हैं। आज खिलाड़ियों को अपने-अपने क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए पुरस्कार मिलने की संभावना बताई जाती है। उन्हें आज जीवनगौरव पुरस्कार भी…
आज आप अपने पुराने रिश्ते को सुधारने की दिशा में क़दम उठाएंगे। ठंडी हवा और शीत पेय आदि से प्रभावित होने वाले बच्चों को इन चीजों से दूर रखें। मौसम के कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। जो लोग काम की तलाश में हैं उन्हें संकोच और शर्म छोड़ कर निशंक होकर दूसरों से मदत…
उत्सव के माहौल के रूप में परिवारों के लिए एक अच्छा दिन आता है और बहुत खुशीयां लाता है। शिक्षक और विद्यार्थी जो शैक्षणिक यात्रा पर जा रहे हों, उन्हें बहुत सजग रहने की आवश्यकता है। छोटी मोटी दुर्घटनाओं की संभावना है। जंगल, नदी, पहाड़ों से गुजरते समय सावधान रहें। आपकी व्यावसायिक नीतियाँ, कुशलता और…
अविवाहितों को किसी अनापेक्षित मार्ग से आज विवाह के प्रस्ताव मिल सकते हैं। बाहर मनोरंजन हेतु जाने का कार्यक्रम किसी अनापेक्षित कारण से स्थगित करना पड़ेगा, जिससे सभी को निराशा होगी। शिक्षकों के लिए आज शिक्षा के सन्दर्भ में चुनौती भरा दिन होगा। विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान से उनके अध्यापन कौशल्य की परीक्षा होगी।…
अविवाहित जन आज किसी आकर्षक व्यक्ति से मिल सकते हैं, पर उन्हें सलाह है कि कोई भी प्रतिबद्धता या समर्पण व्यक्त करने से पहले अच्छी तरह सोच समझ लें। आज बाजार का उतार चढ़ाव निवेशकों को अनापेक्षित मुनाफा दिलाएगा। वे वास्तव में बहुत बड़ा लाभ पा सकते हैं यदि सोच समझ कर निवेश करें। व्यवहार-कुशल…
आप आज महमानों को अपने घर आमंत्रित करेंगे और आदर्श मेजबान होंगे। आप सभी आमंत्रित लोगों से मेलजोल बढ़ाएंगे, अपने बारे में बताएँगे, साथ ही उन्हें भी अपने परिवार के बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।कलाकार किसी नए रचनात्मक कलाकृति को शुरू करने के लिए अपनी कलात्मकता और प्रवृत्ति का उपयोग करेंगे।सरकारी परियोजनाओं…
आपके प्रणय को अंततः आज आपके माता-पिता की औपचारिक मंजूरी मिल जाएगी।उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने की इच्छा रखने वाले बच्चे आपकी सलाह के लिए आपसे संपर्क करेंगे जिससे आपको बहुत खुशी और गर्व होगा।छात्र आज अपनी जरूरी परियोजनाओं को करने में निष्क्रिय हो सकते हैं। जो लोग तकनीकी जाँच में हैं, वे भी…
मामूली बीमारी से ग्रस्त बच्चों को आज बिस्तर पर पड़े रहना होगा, जिससे खेलकूद ना कर सकने के कारण निराशा होगी।अपने हिस्सेदार पर अंधा विश्वास अनावश्यक आर्थिक नुकसान का कारण हो सकता है। उस पर विश्वास रखें पर सारी बातें उस पर ना छोड़ें। उनकी गतिविधियों पर ध्यान दें।आज वयस्क स्वजनों को स्वास्थ्य जाँच के…
व्यापारी के लिए आज का दिन अच्छा है। आज आप ग्राहकों, सहयोगियों और अधिकारियों से भेंट और वार्तालाप कर सकते है।अपने आर्थिक मामलों में सावधान रहें और भविष्य में सारे आर्थिक काम और अर्थ संकल्प बनाकर उसका पालन करें।जो लोग अचल संपत्ति के व्यवसाय में हैं, उनके नए सौदों में अनावश्यक देरी होने की संभावना…
लेखपालों के लिए आज अच्छा दिन है। वे आज ख्याति प्राप्त कर सकते हैं।संभवता छात्र आज आयोजित शैक्षणिक दौरे में भाग नहीं ले पाएंगे। विद्यार्थी आज शिक्षकों के पास आत्मीयता की अपेक्षा लेकर आयेंगे। उन्हें शिक्षकों की ओर से प्रशंसा और अपनापन मिलेगा।अपने नये रिश्ते को बढ़ने और परिपक्व होने के लिए थोडा और समय…
बच्चे आज खुद को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं। उनको मामूली खरोंच या चोट हुई, तब भी पूरा परिवार परेशान हो जायेगा।तकनीकी विषयों का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए एक कठिन दिन हैं। उन्हें अध्ययन करने में समर्थ होने के लिए शांतिपूर्ण वातावरण की आवश्यकता है।कलाकार आज स्वयं को शारीरिक रूप से अस्वस्थ अनुभव करेंगे…
पक्ष के वरिष्ठ नेता उन राजनीतिज्ञों के प्रति उदासीन रहेंगे जो सफलता के लिये जी जान से प्रयत्न कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के लिए सारा दिन कुछ समस्याएं सामने आ सकती हैं। ये उनके लिए थका देने वाला दिन होगा। तथापि वे इन समस्याओं से छुटकारा पा लेंगे।वरिष्ठ वकील आज अपने उच्चाधिकारियों द्वारा…
तकनीकी दृष्टि से योग्य पेशेवर आज अपने कार्यक्षेत्र में ऊँचे आयाम हासिल करेंगे। कार्यक्षेत्र के नए क्षितिज का विस्तार करने के योग है।बच्चे आज घर के छोटे मोटे कामों में मदत करके बहुत सहायक साबित होंगे। आज शाम के लिए यदि आयोजित कार्यक्रम हो तो उत्सव मस्ती और आनंद से भरा हुआ होगा। आज का…
वयस्कों से अपनी किसी भी समस्या के लिए सलाह लीजिये। इससे आपको उनके अनुभव से लाभ होगा और उन्हें भी प्रसन्नता होगी।आप खुद को अस्वस्थ महसूस कर सकते है। इस दशा में आप किसी से भी सम्पर्क ना करके अकेले ही रहना पसंद करेंगे।लेखापालों को चाहिये कि किसी विशेष प्रकल्प के सिलसिले में किसी विशेषज्ञ…
आज अपने खान पान का विशेष ध्यान रखें। किसी विषैली वस्तु के सेवन या पेटदर्द की संभावना है। भोजन प्रमाणबद्ध और पौष्टिक हो, इसका ध्यान रखें।जो लोग अचल संपत्ति के व्यवसाय में हैं उनका आज का दिन बहुत व्यस्त रहने की संभावना है। अनेक फोन, ग्राहकों से संपर्क होंगे और उनके सौदा तथा व्यवहार पूर्ण…
लंबी बीमारी से पीड़ित शय्या ग्रस्त मरीज उचित दवा और देखभाल से जल्द ही ठीक हो जाएंगे। अपने प्रिय के साथ झगड़े से आज आप बहुत उदास रहेंगे। समझ बूझ कर समझौता कर लेना चाहिए।दोस्तों या सहपाठियों के साथ बात करते समय छात्रों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। गलतफहमी होने की संभावना…
जमीन-जायदाद के जुड़े कारोबारियों के लिए आज दिन अनुकूल रहेगा। आज काम की बहुत व्यस्तता रहेगी।बच्चों की शिक्षा आज परिवार के लिए विचार का विषय होगी।वकील गण आज अपने विवेक से निर्णय लेंगे और ये सफल निर्णय उन्हें सह-कर्मियों और वरिष्ठों से प्रशंसा दिलाएंगे।नई नौकरी के परिणाम के लिए प्रतीक्षा कर रहे खिलाड़ियों को आज…
इस महीने मेष राशि के सीमा दलों से जुड़ें जातकों को चाहिए कि वह स्वयं को संयमित रखकर अपनी ओर से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। यह मास बुद्धिजीवियों वकीलों लेखकों और न्याय क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए बहुत सफल और सार्थक सिद्ध हो सकता है। जातक अपने अपने…
वृषभ राशि के जातकों के लिए जनवरी 2023 यह माह मिश्र फल देने वाला रहेगा, फिर भी शुभशुभ फल अधिक मिलेंगे। राजनीतिक पदों पर आसीन उच्चाधिकारी और सेना के मंत्रीगण और अन्य अधिकारी इस माह बहुत अधिक प्रवास और यात्राएं करने से थकान का अनुभव कर सकते हैं। उन्हें प्रशासन और अन्य कामो के सिलसिले…
जनवरी महिना मिथुन जातकों के लिए ग्रहों के अच्छे फलों के कारण अत्यंत शुभ फलदाई और संतोषजनक सिद्ध होगा. जातकों को चाहिए कि वे संबंधी शारीरिक विकारों से सतर्क रहें और आहार-विहार पर विशेष रुप से ध्यान देकर अनावश्यक व्याधियों से बचने का प्रयत्न करें. शिक्षाविदों को और विद्यार्थी युवको को इस माह शिष्यवृत्ती और…
वर्ष 2023 का आरंभ कर्क जातकों के लिए अत्यंत सुखद और शुभ फल प्रद सिद्ध होने वाला है. ग्रहों के स्वामी सूर्य की कृपा दृष्टि से कर्क जातकों को हर ओर से विजय, समृद्धि और हर दिशा में सफलता प्राप्त होने के शुभ योग दिखाई देते हैं. जनवरी का पूर्वार्ध अत्यंत व्यस्तता से भरा और…
सिंह जातकों के लिए यह माह अत्यंत फलदायी सिद्ध होगा। प्रजा, राज्य तथा उच्चाधिकारियों, शासन प्रशासन की ओर से कई प्रकार की सुविधाएं प्राप्त कर सकती हैं। यह मास विशेष रुप से सर्वोच्च श्रेणी के नेतागण, राज निक और उच्चाधिकारियों के लिए बहुत अधिक सुख और आनंद प्रदान करने वाला सिद्ध होगा। विवाह इच्छुक युवा…
कन्या जातक राजनेता, उच्च पदाधिकारी, लोकनायक, शासक वर्ग माह के पूर्वार्द्ध में अच्छे निर्णय और जनहित की नीतियों और उनके उचित व्यवस्था के कारण अपनी छवि सुधारने में सफल होंगे और विरोधियों और जन-सामान्य के विरोध पर विजय प्राप्त करेंगे। कृषि, पशुपालन, दुग्ध-व्यवसाय विशेष रूप से पशु, कुक्कुटखाद्य के उद्योग और व्यवसाय कठिन समय से…
इस माह तुला जातकों को शुभ ग्रहों की स्थिति से बहुत सुख और सफलता प्राप्त होगी और जीवन सहायक सिद्ध होगी। वैसे तो पूरा माह धन लाभ का आनंद और खुशियों भरा रहेगा, परंतु महीने के अंतिम पक्ष में थोड़े खर्च बढ़ सकते है। इस माह राजनीतिक प्रशासन, शासन, वकालत, प्रचार माध्यम शिक्षा और कृषि…
वृश्चिक राशि के लिए यह माह मिश्र फल देने वाला पर कुछ चुनौतियों भरा भी होगा। इस महीने शासनकर्मी उद्विग्न और चिंताग्रस्त रहेंगे, विरोध आदि राजनीतिक अस्थिरताओं के कारण मानसिक तनाव रहेगा। जन सामान्य के विरोध का शासक वर्ग को सामना करना पड़ सकता है। सेना, सीमा सुरक्षा दल, पुलिस दल आदि भी तनाव में…
जनवरी माह धनु जातकों के लिए बहुत अधिक आनंददायी और सुख संपन्नता भरा सिद्ध हो सकता है। महीने का प्रथम पूर्वार्ध जन साधारण और मध्यमवर्गीय जातकों के लिए बहुत अधिक धनार्जन, शासन, प्रशासन से सहायता या कानूनी समस्याओं से मुक्ति पाने वाला होगा और कुछ मामलों में माह के मध्य में दीर्घ समय से चलने…
जनवरी माह में मकर राशि के जातक मिले जुले फलों का अनुभव करेंगे। माह के पूर्वार्ध में जो मानसिक तनाव जातक अनुभव करेंगे, वह 15 तारीख के बाद निरस्त होगा उपरांत पूरा महीना शुभ ग्रहों की कृपा से सुख और आनंदपूर्वक बीतेगा। प्रेमी युगल, विवाहित दंपत्ति, इस काल में अविवाहितों को सुयोग्य जीवन साथी की…
कुंभ जातकों के लिए यह माह अत्यंत चुनौतीपूर्ण और कठिनाइयों भरा रहेगा। इस माह व्यापारी, स्वकर्मी, अधिकारी, राजनेता आदि जातकों को प्रचंड जन-विरोध और असंतोष का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन, सुरक्षादल, सेना, पुलिस और अन्य जातक इस माह परेशान रहेंगे और साथ में गृहस्थी से संबंधित समस्याओं से घिरे रहेंगे। परिवारजन के स्वास्थ्य…
यह नववर्ष का जनवरी माह मीन जातकों के लिए शुभ फल देने वाला माह सिद्ध होगा। जल थल सेना तथा इन क्षेत्र से संबंधित जातक कुछ तनाव का सामना कर सकते है। राजनीतिक, बड़े उद्योग, प्रशासन, उच्च शिक्षाइन सब के लिए निश्चित रूप से बहुत ही अच्छा समय होगा। पहले से संपन्न जातकों को कई…
वर्ष 2023 मेष जातकों के लिए मिश्र फल लेकर आ रहा है। इस वर्ष मेष जातकों के जीवन के कई नए आयाम उजागर होंगे, उन्हें व्यावसायिक और आर्थिक क्षेत्र में काफी सफलता और धनार्जन होने की संभावना है। विगतवर्ष की कई कठिनाइयां और आपदाओं से इस वर्ष जातक मुक्त हो जाएंगे। राजनीति-प्रशासन से जुड़े मेष…
वृषभ राशि के जातकों के लिए वर्ष 2023 अत्यंत ही शुभ और विकासक सिद्ध होगा। इस वर्ष वृषभ जातकों पर शनि की कृपा से बहुत योगकारक स्थितियां उत्पन्न हो रही हैं। खनिज व्यवसाय के लिए तो यह वर्ष अधिक समृद्धि और विकास को लेकर आ रहा है। इस वर्ष शनि के अतिरिक्त अन्य ग्रहों की…
वर्ष 2023 मिथुन जातकों के लिए अत्यंत शुभ और यशवर्धक सिद्ध होने के योग है। भावी ग्रह स्थिति और ग्रह योगों के अनुसार जातक सफलता और यश संपादन करेंगे। उन्हें जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विगत वर्ष की तरह कठिनाइयों से नहीं जूझना पड़ेगा। विद्यार्थी वर्ग इस वर्ष कई सफलताओं को अर्जित कर प्रगति की…
कर्क राशि के जातकों के लिए वर्ष 2023 वैसे तो शुभ रहेगा, परंतु वर्ष के शुरुआत में जीवनसाथी के स्वास्थ्य में परेशानी, कार्यो में रुकावट, असामाजिक लोगों के संग से भारी परेशानी, कार्य में हानि की आशंका है। पारिवारिक मामलों के वर्ष के कुछ महीने तनावपूर्ण और मानसिक कष्ट देने वाले हो सकते हैं। अप्रैल…
सिंह राशि के जातकों के लिए सन 2023 इच्छित मनोकामना को पूर्ण करने वाला, यात्रा, घर परिवार, धर्म अध्यात्म विषयों में शुभकारी सिद्ध होने की पूरी संभावना है। घर परिवार में कई सकारात्मक परिवर्तन होने के योग हैं इस वर्ष आप कई धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजनों में सहभागी होकर धर्म क्षेत्र में काफी अच्छा स्थान…
कन्या राशि के जातकों को सन 2023 में बहुत सतर्क रहकर अपने कार्य करने की आवश्यकता है। इस वर्ष आपके प्रयासों में कमी के कारण आपके कार्यों में कई कठिनाइयां उत्पन्न हो सकती हैं। नौकरीपेशा हैं तो आपकी स्थान परिवर्तन की और उन्नति की राह में कई अड़चनें आने की संभावनाएं प्रबल हैं फिर भी…
तुला राशि के लिए वर्ष 2023 अनुकूल रहेगा। वर्ष की शुरुआत में ग्रहों के शुभाशुभ योग भौतिक सुख-सुविधाओं के साथ यात्रा के अवसर देंगे। इस वर्ष तुला जातकों को शनि की साडेसाती से मुक्ति मिलेगी और गत सभी समस्याओं से मुक्ति का अनुभव होगा, मानसिक समाधान मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को तरक्की मिलेगी, कुछ जातक अपना…
वृश्चिक राशि के जातकों को 2023 मिलेजुले फल देगा। जातकों को व्यवसाय-कामकाज के क्षेत्र में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साल के शुरुआती 4 महीनों में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी, इस साल आर्थिक स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। जातक अनावश्यक ख़र्चों पर अन्कुच रखें और अपने वित्त की उचित प्रबंधन योजना…
धनु राशि वालों को 2023 में शुभ परिणाम मिलेंगे। इस वर्ष आपका करियर और व्यवसाय भी उन्नति की बुलंदियों पर पहुंच सकता है। 17 जनवरी के बाद शनि के से जातकों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। धनु राशि के जातकों के जीवन में जो परेशानियां गत वर्ष तक चल रही थीं, वो इस वर्ष दूर…
मकर राशि जातकों को 2023 में बहुत शुभ फल देखने को मिलेंगे। साल 2023 में शनि मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जिससे शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण शुरू होगा। 2023 में कामकाजव्यवसाय की स्थिति गत साल से उत्तम रहेगी। शनि आपको इस वर्ष आपके परिश्रम का अच्छा फल देगा।…
कुंभ राशि के लिए साल 2023 मिले-जुले फल देने वाला वर्ष रहेगा। इस साल 17 जनवरी के बाद शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा। साढ़ेसाती का मध्य चरण जातकों के जीवन में कुछ चुनौतियां ला सकती है। इस साल कुंभ जातकों को करियर के मामले में बहुत…
मीन राशि के लिए वर्ष 2023 मिलाजुला साल रह सकता है। इस साल जातकों को स्वास्थ्य और वित्त के मामले में विशेष ध्यान रखना होगा। इस वर्ष राशि का 17 जनवरी के बाद शनि साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा, ऐसे में आपके जीवन में अचानक से चुनौतियां, अडचने बढ़ सकती हैं। मीन राशि के…

राशि व्यक्तित्व
मेष राशि के लोग आम तौर पर बहुत चतुर स्वभाव के होते हैं। इनकी खासियत यह है कि ये बहुत जोशीले और जिद्दी स्वभाव वाले तथा अपमान बर्दाश्त नहीं करने वाले होते हैं। किसी बात को तब तक नहीं स्वीकार करते हैं, जब तक इनका खुद का नुकसान नहीं हो रहा हो। अक्सर अपने गुप्त…
वृष राशि के व्यक्ति स्वभाव से शांति पसंद होते हैं। ये अपने काम में काफी लगन वाले होते हैं। किसी काम में जुट जाते हैं तो उसे तब तक नहीं छोड़ते हैं, जब तक उसका समाधान नहीं मिल जाता है। वृष राशि के जातकों को ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी पुस्तकें पढ़ना, खेल-कूद, नृत्य, गायन, सत्संगति,…
मिथुन राशि के लोग अस्थिर स्वभाव के लेकिन आकर्षक व्यक्तित्व एवं चरित्र के होते हैं। उन्हें हर दिन नए परिवर्तन, भ्रमण और विविधता प्रिय होती है। ये बेहद हाजिर जवाब और फ़ुर्तीले होते हैं। इन लोगों की जिज्ञासु प्रवृत्ति और चतुराई इनको सामाजिक समारोहों और किसी भी पार्टी में आकर्षण का केन्द्र बना देती हैं।…
कर्क राशि के लोग बहुत भावुक होते हैं और दूसरों के जीवन से बहुत मतलब रखते हैं। इस राशि के लोगों को अपने जन्म स्थान से काफी लगाव होता है। चंद्रमा की वजह से इन्हें स्थान परिवर्तन करते रहना पड़ता है। स्वभाव में दृढ़ता होती है, साथ में दुर्बलता भी रहती है। इनकी मनःस्थिति परिवर्तनशील…
इस राशि के लोगों का व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक होता है और ये खुद भी अपने व्यक्तित्व को अधिक आकर्षक बनाना चाहते हैं। सिंह राशि के लोगों को जीवन से प्रेम होता है। इनकी आवश्यकताएं सामान्य से कहीं अधिक होती है, साथ ही ये लोग अधिक खर्चीले भी होते हैं। इनके हाथों में पैसा बिलकुल…
कन्या राशि वाले जातकों का स्वभाव कुछ-कुछ सरल और कुछ-कुछ कठोर होता है। ऐसे जातकों को प्रकृति से लगाव होता है, इसीलिए इन्हें बागवानी करना और खूबसूरत पौधों की देखभाल करना बेहद पसंद होता है। ये लोग अपने उतावलेपन और जल्दबाज़ी के कारण अकसर मुसीबत में फंस जाते हैं। इनके स्वभाव की सबसे बड़ी कमी…
तुला राशि के लोग अन्य लोगों के समक्ष खुद को बहुत छोटा अनुभव करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कभी-कभी आलोचना का शिकार होना पड़ता है। इस राशि के जातक भावुक होते हैं और प्रायः उनकी भावुकता उन्हें धोखा दे जाती है। इस राशि के लोग न्याय, जनस्वतंत्रता, जनाधिकार और सौंदर्य से लगाव रखते हैं।…
वृश्चिक राशि के जातकों का प्रेम संबंध एक अनोखे प्रकार का होता है। इनका पंचम स्थान मीन से संबंधित है। इसीलिए इस राशि के लोग अक्सर भ्रम के शिकार रहते हैं। वृश्चिक राशि वाले लोग प्रेम के भूखे होते हैं। उनकी शक्ति प्रेम ही होती है। ये प्रेम के बदले प्रेम की चाह रखते हैं।…
धनु राशि के लोगों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है। ये खाने और शराब पीने के मामले में बहुत लापरवाह होते हैं, जिसकी वजह से इन्हें मोटापा और नशेड़ी होते है। इन्हें पारिवारिक संबंधों में बिलकुल भी दिलचस्पी नहीं होती है। यहां तक कि ये अपने खून के रिश्तों से भी दूर रहने की कोशिश…
मकर राशि के जातकों की स्मृति शक्ति मजबूत होती है। इसके साथ ही इनके विचारों में गहराई भी देखने को मिलती है। आर्थिक मामलों में मकर राशि के जातक अधिक सावधानी से कार्य लेते हैं। सबसे ख़ास बात यह है मकर राशि के जातक एक साथ कई कार्यों को करने में सक्षम होते हैं। अर्थात…
कुंभ राशि के जातकों का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। इस राशि के लोग काफी बुद्धिमान होते हैं। इनकी तार्किक शक्ति काफी अधिक होती है। ये बुद्धिमान लोगों से दोस्ती रखने में विश्वास रखते हैं। भेड़चाल चलना इनकी आदत नहीं होती है कुंभ राशि के जातकों को अपने काम में दखलअंदाज़ी बर्दाश्त नहीं होती है। सामाजिक…
मीन राशि के जातक कलात्मक विचारों के होते हैं। मीन राशिफल के अनुसार, कला, संगीत, साहित्य लेखन जैसे विषय मीन राशि वालों के प्रिय विषय होते हैं। यदि शिक्षा क्षेत्र में जातक इन विषयों का चुनाव करते हैं तो जातक अधिक सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा इन्हें फोटोग्राफी, ज्योतिष, सामुद्रिक शास्त्र, अंकशास्त्र तथा लाइब्रेरी…

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